Vishnu Puja & Stotra Mantra विष्णु भक्ति का श्रेष्ठ साधन |
Vishnu Puja & Stotra Mantra
1. द्वादशाक्षरी मंत्र या द्वादशाक्षरी मंत्र | Dwadasakshari Mantra
ॐ नमो भगवते वासुदेवाय:
ಓಂ ನಮೋ ಭಗವತೇ ವಾಸುದೇವಾಯ |
Om Namo Bhagavate Vasudevaya |

Click Here To read Sarva Mangal Maangalya | सर्व मंगल मांगल्ये | ಸರ್ವ ಮಂಗಲ ಮಾಂಗಲ್ಯೇ
2. विष्णु मंत्र
ॐ विष्णवे नमः
ಓಂ ವಿಷ್ಣುೇ ನಮಃ |
Om Vishnave Namah |
3. विष्णु गायत्री मंत्र | Vishnu Gayatri Mantra
ॐ नारायणाय विद्महे वासुदेवाय धीमहि तन्नो विष्णु प्रचोदयात: |
Narayanaaya Vidmahe Vasudevaya Dhimahi Tann Vishnu Prachodayat|
ಓಂ ನಾರಾಯಣಾಯ ವಿದ್ಮಹೇ ವಾಸುದೇವಾಯ ಧೀಮಹಿ | ತನ್ನೋ ವಿಷ್ಣು: ಪ್ರಚೋದಯಾತ್ |
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4. विष्णु शान्ताकारं मंत्र | Vishnu Shantakaram Mantra
शान्ताकारं भुजंगशयनं पद्मनाभं सुरेशं:
Shantakaram Bhujangashayanam Padmanabham Suresham.
ಶಾಂತಾಕಾರಂ ಭುಜಗಶಯನಂ ಪದ್ಮನಾಭಂ ಸುರೇಶಂ |
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जाप विधि:
- पवित्र स्थान: एक शांत और स्वच्छ स्थान चुनें जहाँ आपको कोई बाधॾ न हो। आप एक पूजा कक्ष या घर का एक शांत कोना चुन सकते हैं।
- समय: विष्णु मंत्रों का जाप करने का सबसे अच्छा समय सुबह ब्रह्म मुहूर्त (सूर्य उदय से लगभग 1.5 घंटे पहले) या संध्या काल है। हपलांकि, ऩप इसे दिन के कहसी भी समय कर सकते हैं जब आपका
- आसन में बैठें।: आरामदायक आसन आप पद्मासन (कमल मुद्रा), सुखासन (आसान सीरॱसी पर बैठ सकते हैसी रीढ़ की हह्डी सी ही ही ही हॲ ही ही हॲ सी सी सी सी सी सी सी �
- दिशा: पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख करके बैठना शुभ माना जाधा जाधा जाधा जाता जाता जाता ऴात॥ है।
- चित्र या मूर्ति: अपने सामने भगवान विष्णु की एक ता मूर्ति रखें।
- माला: जाप की संख्या गिय के लिए तुलसी या रुद्राठ की माला का उपयोग करें। The following: 108 मनके होते हैं।
- पवित्रता: जाप शुरू करने से पहले स्नान कर स्वच्त्र वस्त्र वस्त्र सस्त्र सस्त्र ऴस्त्र पहनें।
- संकल्प: अपनी मनोकामना या जिस उद्देश्प के लिद हप जाप कन रहे हैं, उसका मन में संठल्प लें।
- ध्यान: कुछ क्षणों के लिए भगवान विष्णु का ध्यानन क्यान करेस॥ उनके शांत और करुणामय स्वरूप का स्मरण कर स्मतॹक।।
- मंत्र जाप: धीरे-धीरे और स्पष्ट रूप से मंत्र का जाप शुरू करें। प्रत्येक मनके को घुमाते हुए एक मंत्र का उच्चारण क् उच्चारण करें।
- लय और एकाग्रता: मंत्र जाप करते सय रन अन अपना से अर्थ और ध्वनि पन के अद्थ और मन को भटकने से बचाने की कोशिश करें।
- संख्या: आमतौर पर विष्णु मंत्रों का जान 108 बार या इसी गुणी किया जाता है। आप अपनी श्रद्धा और समय के अनुसार संख्या निर्धानलतै हैं।
- समर्पण: जशप समरपध्त होने विररन ऴयनर अर्पस को सन अनी प्ररर्थयठ ठनऴे समक्ष रखेठ |