Jagannath Rath Yatra 2025 | जगन्नाथपुरी रथयात्रा 2025

Jagannath Rath Yatra 2025 एक विशेष धार्मिक समारोह है जो भक्तों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। यह उत्सव भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा की रथ यात्रा का प्रतीक है, जिसमें लाखों श्रद्धालु भाग लेते हैं।

Jagannath Rath Yatra 2025

Jagannath Rath Yatra 2025

जगन्नाथ रथयात्रा 2025: तिथि और महत्व

इस वर्ष, जगन्नाथ रथयात्रा 6 जुलाई 2025 को आयोजित की जाएगी। यह पर्व आषाढ़ महीने के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि पर मनाया जाता है।

  • रथयात्रा का महत्व: यह यात्रा भगवान जगन्नाथ के गुंडिचा मंदिर (मौसी मां का घर) जाने की स्मृति देती है।
  • कहा जाता है कि इस रथयात्रा में सम्मिलित होने वाले भक्तों को मोक्ष की प्राप्ति होती है।
  • यह त्योहार भक्ति और समानता का संकेत है, क्योंकि भगवान जगन्नाथ सभी जातियों और धर्मों के लोगों को दर्शन प्रदान करते हैं।

रथयात्रा की तैयारियाँ और रोचक तथ्य

रथों का निर्माण
भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा के लिए विशेष रूप से तैयार किए गए रथों का निर्माण किया जाता है।

  • जगन्नाथ जी का रथ (नंदीघोष): यह रथ 45 फीट ऊँचा है और इसमें लाल और पीले रंग का संयोजन है।
  • बलभद्र जी का रथ (तालध्वज): इसकी ऊँचाई 44 फीट है, और यह नीले एवं लाल रंगों में सजाया गया है।
  • सुभद्रा जी का रथ (देवदलन): यह 43 फीट ऊँचा है और काले तथा लाल रंग का होता है।

महाप्रसाद का वितरण
पुरी मंदिर का महाप्रसाद अत्यंत पवित्र माना जाता है। इसमें भगवान को चढ़ाए जाने वाले 56 भोगों (छप्पन भोग) का समावेश होता है।

हरिहर बेटा की परंपरा
रथयात्रा से पूर्व, भगवान जगन्नाथ को हरिहर बेटा, जो लकड़ी का एक देवता है, दिखाया जाता है। यह हरिहर बेटा भगवान के मामा का प्रतीक है।

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