Bhavanarayana Temple भवनारायण मंदिर: आंध्र प्रदेश का छुपा हुआ खजाना

Bhavanarayana Temple आंध्र प्रदेश के काकीनाडा के पास सर्पवरम के शांत गांव में बसा भवननारायण मंदिक छिपा हुआ रत्न है जो अपने समृद्ध इतिहास और शानदार स्थापत्य कला का दावा करता है। भगवान विष्णु को समर्पित यह प्राचीन मंदिर जटिल नक्काशी और डिजाइन को दर्शाता है जो एक बीते युग की कहानियों को बताता है, जो आगंतुकों को इसके आध्यात्मिक माहौल में डूबने के लिए आमंत्रित करता है। स्थानीय लोगों के बीच इसकी श्रद्धा के बावजूद, भवननारायण मंदिर मुख्यधारा के पर्यटकों द्वारा अपेक्षाकृत अनदेखा है

Bhavanarayana Temple

Bhavanarayana Temple

बैंगलोर से भवनारायण मंदिर की दूरी और कैसे पहुँचें?

  • सड़क मार्ग:
    • बैंगलोर से दूरी: लगभग 800 किमी (13-14 घंटे की ड्राइव)
    • मार्ग: बैंगलोर → अनंतपुर → नेल्लोर → राजमुंदरी → काकिनाडा → सर्पावरम (NH44 और NH16 के माध्यम से)
  • ट्रेन द्वारा:
    • नजदीकी रेलवे स्टेशन: काकिनाडा टाउन (मंदिर से 12 किमी दूर)
    • बैंगलोर से काकिनाडा के लिए कर्नाटक एक्सप्रेस और एसएसपीएन एक्सप्रेस जैसी ट्रेनें उपलब्ध हैं।
  • हवाई मार्ग:
    • नजदीकी हवाई अड्डा: राजमुंदरी एयरपोर्ट (65 किमी दूर)
  • राम रक्षा स्तोत्र

मंदिर का पौराणिक इतिहास

सर्पवरम मंदिर, भगवान विष्णु के साँपों के बीच प्रकट होने के दिव्य संबंध के लिए पूजनीय है, यहाँ भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है, खासकर ब्रह्मोत्सव जैसे भव्य त्योहारों के दौरान। समृद्ध परंपराओं और जीवंत अनुष्ठानों से भरा यह पवित्र स्थल भक्ति और आध्यात्मिकता का केंद्र बिंदु बन जाता है, क्योंकि भक्त आशीर्वाद लेने और देवता के सम्मान में उत्सव मनाने के लिए इकट्ठा होते हैं।

मंदिर की वास्तुकला

  • यह भव्य मंदिर द्रविड़ और कलिंग स्थापत्य शैली के सामंजस्यपूर्ण मिश्रण को खूबसूरती से दर्शाता है।
  • जटिल नक्काशी और जीवंत मूर्तियों से सुसज्जित इसका विशाल राजगोपुरम आगंतुकों को आकर्षित करता है।
  • अंदर, भक्त देवी लक्ष्मी की उत्कृष्ट मूर्तियों को श्रद्धांजलि दे सकते हैं, जिनमें से प्रत्येक दिव्य कृपा बिखेरती है।
  • यह मंदिर न केवल आध्यात्मिक आश्रय के रूप में कार्य करता है, बल्कि इस क्षेत्र की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का प्रमाण भी है।

आसपास के दर्शनीय स्थल

  • कोरिंगा वन्यजीव अभयारण्य (25 किमी) – मैंग्रोव जंगल और दुर्लभ पक्षियों का घर।
  • होप आइलैंड (30 किमी) – गोदावरी नदी द्वारा बना एक प्राकृतिक द्वीप। काकिनाडा बीच (15 किमी) – सूर्यास्त का आनंद लेने के लिए उत्तम स्थान।
  • द्राक्षारामम मंदिर (50 किमी) – पंचाराम क्षेत्रों में से एक, भगवान शिव का प्रसिद्ध मंदिर।

🚩 जय भवनारायण स्वामी! 🚩

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