मंत्रलोक
1. वैदिक मंत्र (Vedic Mantras)
- वेदों (ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद और अथर्ववेद) से ये मंत्र प्राप्त हुए हैं।
- यज्ञ, हवन और पूजा में इसका उपयोग होता है।
2. तांत्रिक मंत्र (Tantric Mantras)
- साधना और विशिष्ट सिद्धियों के लिए प्रयुक्त मंत्र हैं।
3. बीज मंत्र (Bija Mantras)
- ये छोटे-छोटे मंत्र हैं, लेकिन बहुत शक्तिशाली हैं।
4. पूजा और स्तोत्र मंत्र (Puja & Stotra Mantras)
- नियमित रूप से पूजा और आराधना में प्रयोग किए जाने वाले मंत्र
5. ध्यान मंत्र (Dhyana Mantras)
- ध्यान और मन को एकाग्र करना
6. सिद्ध मंत्र (Siddha Mantras)
- निरंतर साधना और जप से सिद्ध मंत्र
- गुरु परंपरा से आते हैं।
7. गुरु मंत्र (Guru Mantras)
- गुरु द्वारा दिया गया व्यक्तिगत मंत्र।
8. नवार्ण मंत्र (Navarna Mantra)
- देवी दुर्गा को समर्पित
9. मृत्युंजय मंत्र (Mrityunjaya Mantras)
- “रोग,” “मृत्यु,” “और भय से रक्षा के लिए।”
10. आरोग्य मंत्र (Arogya Mantras)
- दीर्घायु के लिए और स्वस्थ रहने के लिए।
11. अष्टसिद्धि मंत्र (Ashta Siddhi Mantras)
आठ सिद्धियों को हासिल करने के लिए |
12. कुंडलिनी मंत्र (Kundalini Mantras)
- कुंडलिनी शक्ति को जागृत करने के लिए।
13. पितृ शांति मंत्र (Pitru Shanti Mantras)
- पितरों की शांति के लिए।
14. योग मंत्र (Yoga Mantras)
- योग करते समय उच्चारित होने वाले मंत्र |
15. तांत्रिक रक्षा मंत्र (Tantric Protection Mantras)
- तंत्र-मंत्र, बुरी दृष्टि और नकारात्मक ऊर्जा से बचाव के लिए।
16. वैष्णव मंत्र (Vaishnava Mantras)
- श्रीकृष्ण और उनके अवतारों की पूजा के लिए।
17. शक्तिपात मंत्र (Shaktipat Mantras)
- कुंडलिनी को जागृत करने के लिए।
18. अष्टाक्षर मंत्र (Ashtakshara Mantras)
- आठ अक्षरों का मंत्र |
19. स्वस्ति मंत्र (Swasti Mantras
- शांति और सुख के लिए।
20. लक्ष्मी मंत्र (Lakshmi Mantras)
धन, समृद्धि और ऐश्वर्य के लिए।
21. नवग्रह मंत्र (Navagraha Mantras)
- नौ ग्रहों की शांति के लिए।
22. संकटमोचन मंत्र (Sankatmochan Mantras)
- जीवन की बाधाओं को दूर करने के लिए।
23. प्राणायाम मंत्र (Pranayama Mantras)
- श्वास नियंत्रण हेतु।
24. कल्पवृक्ष मंत्र (Kalpavriksha Mantras)
- इच्छापूर्ति मंत्र।
25. गुप्त मंत्र (Gupta Mantras)
- गूढ़ और गोपनीय मंत्र, जो सिर्फ गुरु से प्राप्त होते हैं |
26. पंचाक्षरी और षडाक्षरी मंत्र (Panchakshari & Shadakshari Mantras)
- पंचाक्षरी मंत्र, (5 अक्षर) से बना है: ॐ नमः शिवाय
- षडाक्षरी मंत्र (6 अक्षर): ॐ ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे।
27.अघोर मंत्र (Aghor Mantras)
- अघोरी साधकों द्वारा उपयोग किया जाता है।
28. पंचदेव मंत्र (Panchadev Mantras)
- आप शिव, विष्णु, दुर्गा, सूर्य और गणेश को पूजने हेतु।